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किन्नु
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खरीदना
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क्री
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विकत घेणे
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विकतें हाडप
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ਖਰੀਦਿਆ
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ખરીદવું
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ಕೊಂಡುಕೊಳ್ಳು
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വിലയ്ക്കു വാങ്ങുക
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କିଣିବା
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কিনা
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কেনা
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కొను
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வாங்கு
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बाय
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take
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interrogative
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फर्निचर
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खण्डः ३ - अध्यायः २१२
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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खण्डः ३ - अध्यायः २४७
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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राम्रो
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उमाशतकम् - द्वितीयं दशकम्
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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राजधर्मन्
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जानकीहरणम् - द्वितीयः सर्गः
'जानकीहरणम्' ह्या महाकाव्याच्या रचयिताचे नाव 'कुमारदास' होते,
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मत्स्यपुराणम् - अध्यायः ३७
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते.
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चोदनालक्षणोsर्थो धर्मः - श्लोक १२६ ते १५०
कुमारिल भट्ट हे आसामनिवासी ब्राह्मण होते. ते प्रथम बुद्ध होते पण नंतर त्यांनी धर्मपरिवर्तन करून हिन्दू धर्मात प्रवेश केला. ज्याठिकाणी XX आहे, तेथील अक्षरे मिळत नाहीत, जाणकारांनी कृपया मदत करावी.
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एकनाथी भागवत - श्लोक ३७ वा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
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श्रीराधासूक्तिः
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
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how
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what
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आडम्बर
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १५५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ६१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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मार्कण्डेयपुराणम् - द्वाविंशोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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उमासहस्रम् - चतुर्दशः स्तबकः
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. A Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas.
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श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय १४
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
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अध्याय ६४ वा - श्लोक ११ ते १५
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
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मार्कण्डेयपुराणम् - एकसप्ततितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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उमासहस्रम् - अष्टादशः स्तबकः
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. A Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas.
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मार्कण्डेयपुराणम् - त्रिषष्टितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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मार्कण्डेयपुराणम् - षष्टषष्टितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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खण्डः १ - अध्यायः ०५३
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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खण्डः २ - अध्यायः ०२४
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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शतरुद्रसंहिता - अध्यायः ३९
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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अद्वैतरसमञ्जरी
भारतीय संस्कृतिच्या विकासात आद्य शंकराचार्यांचे विशेष योगदान आहे.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ११३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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मार्कण्डेयपुराणम् - षट्चत्वारिंशोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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मार्कण्डेयपुराणम् - सप्तत्रिंशोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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विवेकचूडामणीः - श्लोक संग्रह ५०१-५५०
Vivekachudamani is a Adhyatmik grantha. It is Adhyatmik dialogue between an ardent seeker and his Guru,Shankaracharya.
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सुंदरकांडम् - काव्य २०१ ते २५०
सुन्दरकाण्डम् या प्रकरणातील श्लोकातील पाचवे अक्षर श्री रा म ज य रा म ज य ज य रा म असे आहे.
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